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आसान नहीं होता आज की नारी से प्यार करना
यह 'पॉज' बटन
 कोई किसी भी रूप में अकेला नहीं
सबकी सीमा तय है
बाँसुरी
 हिंसा ऐसे भी होती है
सुने जाने का भरोसा सबके पास हो
पिछली बार, कब किसी काम को पहली बार किया था?
 महक और यादें
 क्या बोरियत इतनी बलवान है?
किंत्सुगी
ज़िन्दगी ... नए रास्तों पर मुड़ती
 क्या आसान बनाने के लिए दूर हो जाना ही बेहतर था?
 पहाड़ों वाली रातें
 क्यों गुमसुम हो जाते हैं लोग?
 हमारी अपनी लाडली हिंदी
मज़ा expected में नहीं, मज़ा surprise में है
 सालों को सवांरने कि कोशिशों में तारीखें बिगड़ गई
 बैडरूम की खिड़की
पिता
नींद
 आज तन्हाई बैठी है मेरे साथ
पेड़
ऊब
 पुराने शहर
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