वो रहने वाली महलों की


हवा महल। यही नाम आता है जुबां पे सभी के जब हम उन्हें ये बताते हैं की हम राजस्थान या जयपुर से हैं। गुलाबी शहर की बेहद खूबसूरत और विशालकाय गुलाबी ईमारत। काम में ऐसी बारीकी की यहां से रोज़ गुजरने वाले भी इसे पास से देखना नहीं भूलते। 

मैं अपने परिवार के साथ सालों से यहीं रह रही हूं। कई बार पिता जी से कहती, "चलिए ना, हवा महल देखने चलते हैं"। उनका हर बारएक ही जवाब होता, "अरे, देखा हुआ तो है, और कितनी बार देखना है"। उनका मानना था की #हवामहल में जो देखने की चीज़ है वो उसका front face ही है, बाकी महल के अंदर जाने का कोई मतलब नहीं। सो बचपन में मेरा हवा महल सड़क पर खड़ा, बहुत साड़ी छोटी -2 खिड़कियों का बना  एक सुन्दर सा महल तक ही सीमित रहा। मैं जब भी उस रस्ते से गुजरती, आँखों से महल को देखा करती, और मेरा मन उस समय की रानियों-महारानियों की कल्पनाओं में चला जाता जो उस ऊंचाई पर से, उन छोटी-छोटी खिड़कियों से मेरे शहर को देखा करती होंगी। तब बड़ा मन करता की मैं भी उन बहुत सारी खिड़कियों के पीछे जाकर शहर को देखूं। पिता जी से जब भी कहती वही रूखा सा जवाब आता, "अरे, बताया न कुछ भी नहीं है अंदर"।



हवा महल को लेकर मेरी जिज्ञासा अब तक बनी हुइ ही थी। मुझे देखना ही था की हवा महल के पीछे जयपुर के महाराजाओं ने अपनी प्रेयसियों  के लिए क्या ख़ास इंतजाम बनाये थे। सो जाने का प्लान बनते-बनते-बनते 2020 में जाकर बना। और मैं आखिरकार उन खिड़कियों के पीछे पहुँच ही गयी जहां से पुराना शहर अपने पुराने वक़्त की चादर ओढ़े लगातार बदल रहे रहवासियों से बातें कर रहा था। वक़्त के निशान कई कहानियां बयान करते हैं। मन करता है इन्हे सुनू। एक तरफ आमेर का किला राजघरानों की बातें सुनाता, एक तरफ जंतर-मंतर, सिटी पैलेस, और दूर तक दिखने वाली पुरानी बसाहटें। हर दिशा -हर कोना जैसे एक पूरा का पूरा अध्याय सुना रहा था। 



अगर यहां टूरिस्ट बन कर आएंगे तो आपके कैमरा के लिए बहुत कुछ मिलेगा और अगर यायावीरी करने आएं हैं तो अनेक कहानियां। बिलकुल शॉपिंग को कैसे भूल सकते हैं, जिस सड़क पर हवा महल खड़ा है वहीँ दोनों तरफ बहुत सारी दुकानें हैं जहां आपको आवाज़ देकर बुलाते हैं जहां आपको राजस्थान की पारम्परिक, बेहद आकर्षक और कभी न ख़त्म होने वाली चीज़ों का भण्डार मिलेगा। जो पसंद ए ले लीजिये अपने लिए और अपनों के लिए भी।  



अब ये भी जान लीजिये की हवा महल जिस सड़क पर खड़ा है वहां पर अंदर जाने का रास्ता नहीं है। मैं भी महल के सामने पहुंचकर अंदर जाने का रास्ता ढूंढने लगी तब पूछने पर पता चला की हवा महल की right side में जी सड़क है उसमे थोड़ा-सा अंदर जाकर हवा महल के भीतर जाने का रास्ता है। वैसे एक काले रंग का बोर्ड आपको वहीँ दिख जायेगा जिसपर सफ़ेद रंग से हवा महल लिखा है। 



अब क्यूंकि की अंदर की बात जाननी है, हवाओं का लुफ्त लेना है और शहर को ऊंचाई से देखने क मज़ा भी लेने के लिए छोटी-सी कीमत भी चुकानी पड़ेगी। तो मात्रा 50 रूपये का टिकट लेते ही आप हवा महल के अंदर प्रवेश पा लेते हैं। 



अब ऊपर #photos में देखिये वो जो मैं बचपन से देखना चाहती थी। 




 


Reactions

Post a Comment

0 Comments